सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
यूपी चुनाव में ब्राह्मण केवल माहौल बनाने के लिए थे, असली वोटबैंक तो मुस्लिम ही है!
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Elections 2022) की तैयारियों में जुटे तमाम राजनीतिक दलों की वरीयता लिस्ट से अभी तक बाहर नजर आ रहा मुस्लिम वोटबैंक (Muslim Vote Bank) अचानक ही मोहम्मद अली जिन्ना और अयोध्या में राम मंदिर के फैसले के जरिये केंद्र में आ गया है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
अतीक अहमद की जरूरत तो ओवैसी और योगी आदित्यनाथ दोनों को थी!
साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद को ओवैसी ने पार्टी का सदस्य बना लिया है. उनकी पत्नी को भी. लेकिन, अतीक पर नज़र तो योगी आदित्यनाथ की भी थी. वो भी उन्हें साबरमती जेल से यूपी जेल में शिफ्ट करना चाह रहे हैं. ताकि बताया जा सके कि मुख्तार अंसारी की तरह सपा के पूर्व बाहुबली नेता का उन्होंने क्या हाल किया है.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नीतीश कुमार की असहमति की 3 बड़ी वजह
जेडीयू ने राम मंदिर, धारा 370, ट्रिपल तलाक, सीएए, एनआरसी जैसे मुद्दों का विरोध किया. लेकिन, इस बार अपने साथ मुस्लिम समुदाय को लाने में सफल नहीं हो सकी. 2015 के बाद से जेडीयू की 'सेकुलर' छवि को भारी नुकसान हआ है. दरअसल, इन सभी मुद्दों पर जेडीयू ने सदन से वॉकआउट कर बैक डोर से ही सही, लेकिन भाजपा को समर्थन किया था. जेडीयू की ये रणनीति उसके खिलाफ जाती दिखी.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
उत्तर प्रदेश के तमाम विपक्षी दल असदुद्दीन ओवैसी से दूरी क्यों बनाए हैं?
बिहार और पश्चिम बंगाल में अपनी किस्मत आजमा चुकी असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी यूपी में अपने पैर पसारने के लिए किसी बड़े विपक्षी दल से गठबंधन करने की योजना बना रही है. लेकिन, उत्तर प्रदेश के तमाम सियासी दलों ने एआईएमआईएम से दूरी बना ली है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
यूपी की सियासत में AIMIM की एंट्री का कितना होगा असर?
भागीदारी संकल्प मोर्चा में अलग-अलग जाति विशेषों की राजनीति करने वाले छोटे दल शामिल हैं. इस मोर्चा में असदुद्दीन ओवैसी के आने से मुस्लिम वोटबैंक में भी सेंध लगने की संभावना बढ़ गई है. असदुद्दीन ओवैसी घोषणा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
Owaisi factor: बंटवारा करके मुसलमानों को हरा रही है ओवैसी की जीत
बिहार के बाद ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का कद बढ़ा है, माना जा रहा है कि जिस लिहाज से वो मुस्लिम (Muslim) राजनीति कर रहे हैं वो न केवल अन्य दलों को परेशानी में डालेगा बल्कि इनके जरिये देश के मुसलमानों को भी सक्रिय राजनीति में आधार मिलेगा.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
लोकसभा चुनाव 2019 में मुस्लिम 'वोट बैंक' नहीं रहे, ये रहा सबूत...
चुनावी मौसम में यूं लगने लगता है कि हर पार्टी के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग एक वोट बैंक हैं, जिन्हें हर कोई लुभाने की जुगत में लगा रहता है. मोदी सरकार के आंकड़ों को देखें तो मुस्लिम वोट बैंक (Muslim vote bank) एक मिथक से ज्यादा कुछ नहीं है.
सियासत | बात की बात... | 5-मिनट में पढ़ें







